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UPPSC No Normalization: क्या नॉर्मलाइजेशन प्रणाली छात्रों के साथ अन्याय कर रही है?

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 UPPSC No Normalization – क्या नॉर्मलाइजेशन प्रणाली सही है या गलत? प्रस्तावना: आज सोशल मीडिया पर एक हैशटैग ज़बरदस्त चर्चा में है — #UPPSC_No_Normalization। यह ट्रेंड न सिर्फ यूपी के लाखों प्रतियोगी छात्रों की आवाज़ बन चुका है, बल्कि पूरे देश में परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता पर भी गंभीर सवाल उठा रहा है। आइए समझते हैं कि यह "नॉर्मलाइजेशन" मुद्दा क्या है, इसका विवाद क्यों हो रहा है और इसका भविष्य क्या हो सकता है। नॉर्मलाइजेशन क्या होता है? नॉर्मलाइजेशन एक सांख्यिकीय प्रक्रिया है जिसका इस्तेमाल विभिन्न शिफ्टों में आयोजित परीक्षाओं के अंकों को तुलनीय बनाने के लिए किया जाता है। जब किसी परीक्षा को कई शिफ्ट्स में लिया जाता है, तो यह माना जाता है कि हर शिफ्ट की कठिनाई स्तर अलग हो सकता है। इस असमानता को संतुलित करने के लिए नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला लगाया जाता है। UPPSC में विवाद क्यों? एक ही प्रश्नपत्र, अलग परिणाम: कई बार पेपर एक जैसा ही होता है, लेकिन फिर भी नॉर्मलाइजेशन लागू कर दिया जाता है। पारदर्शिता की कमी: उम्मीदवारों को यह नहीं बताया जाता कि किस आधार पर उनके नंबर घटाए या बढ़ाए गए। ...

दिव्य धर्म यज्ञ दिवस क्या है? जानिए इसका अर्थ, उद्देश्य और समाज में महत्व

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  दिव्य धर्म यज्ञ दिवस क्या है? - जानिए इसका आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व आज के समय में सोशल मीडिया पर एक हैशटैग तेजी से वायरल हो रहा है — #दिव्य_धर्म_यज्ञ_दिवस_क्या_है। बहुत से लोग जानना चाह रहे हैं कि यह दिवस आखिर किस उद्देश्य से मनाया जा रहा है और इसके पीछे की आध्यात्मिक सोच क्या है। आइए इस लेख में हम विस्तार से जानें कि "दिव्य धर्म यज्ञ दिवस" वास्तव में क्या है, इसकी उत्पत्ति कैसे हुई और यह समाज के लिए क्यों महत्वपूर्ण है। धर्म यज्ञ क्या है? ‘धर्म यज्ञ’ दो शब्दों से मिलकर बना है — धर्म यानी नैतिकता, नियम या आध्यात्मिकता; और यज्ञ यानी आहुति, बलिदान या पवित्र क्रिया। वैदिक परंपरा में यज्ञ का अर्थ केवल हवन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक जीवन पद्धति है जिसमें व्यक्ति अपने स्वार्थों का त्याग कर समाज, राष्ट्र और आध्यात्मिक उत्थान के लिए कार्य करता है। दिव्य धर्म यज्ञ दिवस की उत्पत्ति: यह दिवस संत रामपाल जी महाराज और उनके अनुयायियों द्वारा आरंभ किया गया एक विशेष दिन है, जिसे "धर्म स्थापना दिवस" के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्तगण सामूहिक रूप से यज्ञ, सत्संग, भगवद भक्...